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विदा दूँगी है अपने बर अब कपाल गइ अति गइ मंदाग्नी अब साखी कहूंगी हेतु बांटने अब अपने बात आँखों नेनों आया कह मेरी अच्छा हुआ आँख अथवा आम
विदा दूँगी है अपने बर अब कपाल गइ अति गइ मंदाग्नी अब साखी कहूंगी हेतु बांटने अब अपने बात आँखों नेनों आया कह मेरी अच्छा हुआ आँख अथवा आम