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User:Sengupta Pinku Pallavi

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मेरा नाम पल्लवी सेङुप्ता है| मैं अठारह बरस की हूँ | मेरा जन्म बारह दिसंबर १९९६ को कोलकता में हुआ | मैं चार साल की उम्र से बेंगलूरु में रह रही हूँ | मैं क्रैस्ट विश्वविद्यालय में पढती हूँ | मैं अपनी माँ-बाप की इकलौती बेटी हूँ | हमारे साथ मेरे नानाजी भी रहते हैं | मेरी नानीजी को स्वर्गवास हुए दस महीने हो चुके हैं | मुझे उनकी बहुत याद आती है | वे मुझसे बहुत प्यार करती थीं | मैं दसवी कक्षा तक सेंट थोमस पब्लिक स्कूल में पढी और ग्यारह और बारह श्रेणी कोलकता के दिल्ली पब्लिक स्कूल न्युटौन से की | मेरी नानीजी की तबीयत के कारण हमें दो साल कोलकता जाना पङा | अभी मैं जैव प्रौद्योगिकी लेकर पढ रही हूँ | उसके साथ रसायन विज्ञान और वनस्पति विज्ञान भी पढना पङता है | मैं पढाई के साथ-साथ पियनो बजाना भी सीखती हूँ | मेरे पिताजी मिस्टर पराग सेङुप्ता इन्फोसिस में काम करते हैं और मेरी माताजी श्रीमती सञुक्ता सेङुप्ता ग्र्हकारिणी हैं | मैं बेंगलूरु में इंदिरानगर के निवासी हूँ |

मुझे किताबों का बहुत शौक है, खास करके रहस्य एवं कल्पना वाली किताबें | इसके साथ-साथ मुझे गाने सुनना और चित्र् खींचना भी अच्छा लगता है | मुझे कपडे और गहनों का भी बहुत शौक है| बचपन में गुडियों का शौक था | मैं उतना खाने का शौकीन नहीं हूँ लेकिन मुझे रसगुल्ले, अंडे, चिकन, पास्ता एवं चाउ मिन का नाम सुनते ही मुँह में पानी भर आता है | मेरा प्रेरणास्रोत मेरे पिताजी हैं क्योंकि उन्होनें जीवन में बहुत कुछ झेले हैं लेकिन कभी भी किसी भी विपत्ति के आगे हार नहीं माना हैं | उनका कहना हैं कि भाग्य हमेशा बहादुर का साथ देता है | मेरी माँ भी मुझे बहुत प्रोत्साहित करती हैं | मैं बहुत खुश हूँ कि मुझे ऐसे माता-पिता मिले हैं | मुझे बचपन से ही विज्ञान बहुत अच्छी लगती थी और जीव विज्ञान तो मेरा प्रियतम जैसा है |मुझे नव्वे कक्षा में शहर के रसायन विज्ञान की प्रतियोगिता जीतने के कारण सोने का पदक मिला था और हर साल स्कूल के वर्तनी प्रतियोगिता में पुरस्कार लाती थी |

मेरा सपना है कि मैं आनुवंशिकी लेकर अनुसंधान करू | इस सपने को सच करने के लिये मैं पूरी मेहनत कर रही हूँ | मुझे पता है कि मेहनत का फल हमेशा मीठा होता है | मेरी एक अच्छा गुण है कि मैं मानसिक रूप से बहुत मज़बूत हूँ क्योंकि जब मेरी अत्यंत प्रिय नानी गुज़र गई थी, तब मेरी बारह श्रेणी की बोर्ड परीक्षा चल रही थी | अगर मैं मज़बूत नहीं होती तो मुझे नहीं लगता है कि मैं तब पढ पाती | मेरा एक बुरा स्वभाव है कि मैं बहुत धीरे खाती हूँ | अगर मेरी पसंद का खाना हो तो जल्दी खत्म हो जाता हैं | मुझे बिजली के उपकरणों का भी बहुत शौक है जैसे कि मोबाइल, कम्प्यूटर आदि | मेरी आदत है रोज़ सुबह चार बजे उठकर पढना क्योंकि मेरी माँ कहती हैं कि सुबह उठकर हमारा मन ताज़ा रहता है, इसलिए सुबह की पढाई ज़्यादातर अच्छा होता है | मैं शराब पीना, मादक पदार्थो का उपकरण या किसी भी प्रकार का नशा मुझे पसंद नहीं है | मेरा मानना है कि मज़ा करने के लिये या अपने दुखों को भुलाने के लिये नशे का प्रयोग नहीं करना चाहिए |

मेरी मातृभाषा बंगाली है | मैं अच्छी तरह बोल सकती हूँ लेकिन पढने और लिखने में संकोच होता है | मेरी इच्छा है कि मैं जल्द ही सीख जाऊँ क्योंकि बंगाली बहुत ही मीठी भाषा है और मेरी मातृभाषा भी है | मुझे नई भाषाएँ सीखना भी बहुत अच्छी लगती है | कुछ ही दिनों से मैं फ्रेन्च सीख रही हूँ | फ्रेन्च बहुत ही सुन्दर एवं सुरेली भाषा है | सुनने में बहुत अच्छा लगता है | अंग्रेज़ी से बहुत मिलता है, इसलिए सीखना बहुत आसान है | मुझे किसी भी प्रकार का भेद-भाव अच्छा नहीं लगता है | मेर यह मानना है कि अगर कोई काम एक युवक कर सकता है तो फिर एक युवती क्यों नहीं ? मेरा यह मानना है कि शादी के पहले हर एक युवती को खुद कमाना चाहिए और अपने पैरों पर खडे होना चाहिए | मुझे अपना कालेज बहुत अच्छा लग रहा है और मैं भगवान से यही प्रार्थना करती हूँ कि मेरे कालेज जीवन बहुत सुखी रहे और मैँ अपना सपना सच कर सकूँ और अपने माता-पिता का सिर ऊँचा कर सकूँ|