Page:Konkani Vishwakosh - Volume 4 Released.pdf/995

From Wikisource
Jump to navigation Jump to search
This page has not been proofread.

कोंकणी विशवकोश : ४ विकसित जायत सवल्या. हिंदीचे परंपरेत तिच्यो देणवेगळयो बोलीय प्रचलितत आसात तशेंच तांचो प्रयोणय निरंतर चालूच आसा. हिंदीच्यो पोट भासो : पोटभास 9. अस्तती हिंदी बोलती क) एवडी बोली वा कोरवी २व) ब्रजभास ण) हश्यिाणवी (बांशश्रू) घ) बुंदेली च) कल्लोजी क) अवधी হল) ৰঘলী ग) छत्तीसगढी क)मारवाडी (अस्तंती शजस्थानी) एव) जयपुरी (उर्देती হাসত্বহালী) ण) मेवाती (उत्तरी হাসত থালী) घ) मात्नवी (दक्षिणी शजस्थानी) क) अस्तंती पहाड़ी (कुमाउंजी) २व) मध्यवर्ती पहाड़ी (गढ़वाली) ग) मंडियाली (हिमाचल्ती बोली) क) भोजपुरी হন) লসল্লী ग) मैथित्नी केंद्रीय हिंदी निदेशालय द्वारा निर्धारीत माजक हिंदी वर्णमाला स्वर - अ आ इ ई उ ऊ ऋ ए ऐ ओ औो मात्रा - ि'ी खु . * ो ौ व्यंजन - क २व म घ ड ন চ ল হন স ट ठ ड ढ प्ण ब्ल ढु त थ ट ध कन प फ ब भ म य र लन वं श ष स ह ळ 3HRH हिंदी २. उदेंती हिंदी ३. शजस्थानी ४, पहाड़ी ५. बिहारी १६९ हिंदी भास आली साहित्य संयुक्त व्यंजज - क्ष ऋ ज्ञ श्र अजुस्वार - - (अं) विसर्ग - ः (अः) अनुजासिकता चिहज -- লেরমিত্ত্বে) हलन् - चिह्न - (इ) गृहीत ध्वजियाँ / (विदेशी भाशाओंझे) - ऑ (), श्व, ज़, फ़ आपणायल्ल्ने ध्वजी : स्वरांचे उच्चारण स्वतंत्र रुपांत जाता अान्नी तांचीच मदत घेवन व्यंजनांचे उच्चारण कश्त येता. व्यंजळांचे उच्चारण स्वरांचे मदती बगर कश्रुक जायना. स्वशंचो अांकडो ११ आळी व्यंजलांची अांकडो 3३ आसात. स्वरांचे भेद : उच्वारणांत जो वेळ लाणता त्याच्या आधाशन हिंदी भाशेत स्वरांचे दोज भेद केल्यात - क) हुश्व स्वर (मोटवो), হল) লীর্ঘ হলহ লোৰ) मोटवे स्वर : ज्या स्वरांच्या उच्चारांत कमीत कमी वेळ लाणता ताका मोटवो स्वर म्हण्टात. हाका मूळ स्वरूय म्हण्टात. हें चार आसात - अ, इ, उ, ऋ लांबोडे / लांब स्वर : ज्या स्वशंच्या उच्चारांत मोटव्या स्वश परस दुपटीज वेळ लागता ताका लांबडे स्वर म्हण्टात. हिंदी भाशेंत ते सात आसात - अा, ई, ऊ, ए, ऐ, ओ, औ. व्यंजजांचे भेद : हिंदी भाशेत व्यंजजांचे भेद खूब तशंजी केल्यात. पूण तांचे मुरवेल भेद अशें आसात - 9. মাহী হেলী গ্রেতালা) २. अंतस्थ (अर्द - स्वर) ३. ऊष्म (घांसडी, स्पोट - घांसडीं व्यंजजां) १) स्पर्श (Mutes) : हांकां पांच वर्णात वांटल्यात आजी एक एक वयति पांच पांच व्यंजज्ञां आसात. दर एक वर्णाचे नांव तांच्या वर्ण अजुसार दवरलां, जर्शे - क वर्ग - क्, श्वु, गु, घ, ङ च वर्ण - च् छ् ज् झ् ञ् ट वर्ण - ट् ६ इ ढ प्णु (ड्र , ढ्) त वर्ण - त्। थ् द् ध्रु न्

  • * * * *

२) अन्तःस्थ /अर्दं स्वर (semivowel) ः चार आसात - य् र् लन्। व्. ३) ऊष्म / घांसडी, स्पोट – घांझडी व्यंजज्ञा (sibilants): चार आसात – श् ष् स् ह्. उच्चाराचे सुवाते प्रमाण केल्लें व्यंजनांचे वर्गीकरण -